" गांधीजी राजनीति में महात्मा एवं महात्मा के भीतर राजनीतिज्ञ थें- प्राचार्य डॉ. राठौर "
दिनांक: 30-01-2024
कुरूद- संत गुरु घासीदास शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय कुरूद में विश्व शांति के दूत , राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी के पुण्यतिथि के अवसर पर उन्हें श्रद्धांजली अर्पित की गई। छात्र -छात्राओं को संबोधित करते हुए महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. डी.के राठौर नें कहा कि - ’’1920 से लेकर 1947 तक के युग को गांधीयुग के नाम से जाना जाता है, गांधीजी स्वतंत्रता आंदोलन के महानायक थें और वे अहिंसा के माध्यम से देश को आजादी दिलाने के पक्षधर थें। भारत को आजादी दिलाने में गांधीजी के द्वारा कई महत्वपूर्ण आंदोलन चलाये गये जिनमें से सन् 1920 में असहयोग आन्दोलन, 1930 में सविनय अवज्ञा आंदोलन एवं 1942 में भारत छोड़ो आन्दोलन आदि प्रमुख रहें। गांधी जी के विषय में कहा जाता था कि - गांधीजी राजनीति में महात्मा एवं महात्मा के भीतर राजनीतिज्ञ थें। अंततः गांधीजी के नेतृत्व में सन् 1947 में देश को आजादी मिली। इस अवसर पर महाविद्यालय के अधिकारी-कर्मचारी सहित बड़ी संख्या में छात्र -छात्राएं तथा एन.सी.सी. के कैडेट्स एवं एन.एस.एस. के स्वयंसेवक उपस्थित रहें।